Skip to main content

कविता - सृष्टि और इंसान write by Garima Jahangirpuri

कविता - सृष्टि और इंसान

शुरुआत हुई सृष्टि की
वह इंसान बन गया,
असभ्य था वह तब भी
खुद को आज भी न सभ्य कर सका,
कपड़े नहीं थे तन पर
लेकिन भावों को समझने लगे....
आज हो गया वह आधुनिक
और भाव सबके मरने लगे,
दुनिया की इस भीड़ में
जाने क्या वह तलाशता
कुछ हाथ नहीं आया
जो था वह भी गवाया,
सफलता की तलाश में
वजूद अपना खो दिया....
अंत में ठगा सा और थका सा रह गया,
था तब भी अकेला
और
आज भी अकेला रह गया,
वह इंसान तो बना पर
इंसानियत न निभा सका,
मशीनीकरण के युग में
वह मशीन बन गया,
भाव रहे न उसमे
बस शून्य रह गया
बस शून्यरह गया....

Comments

Popular posts from this blog

Best motivation poem Wrote by Author Pawan Sikarwar

"मुझे हराने के लिए देखो मेरी किस्मत ही मेरे खिलाफ खड़ी है जी रहा हु ऐसे जिंदगी मानो मेरी लाश कब्र में पड़ी है" "हिसाब किताब करदो मेरा मुझे अब कुछ नही कहना तुमसे बहुत रुलाया है ना मैने? दूर होकर अब खुश हो ना मुझसे" "जिंदगी तूने पटक दिया मुझे लगता है तू लड़ने में ही राजी है तूने अपनी चाल चल ली ना? अब इस शतरंज में मेरी बाजी है"  लेखक - पवन सिकरवार  Copyright reserved by Sikho foundation

प्रेम कहानी wrote by Author Pawan Singh

चलो आज सुनाता हूं अपनी प्रेम कहानी मै कॉलेज में देखी थी एक लड़की अनजानी मैं उसका बचपन शरारती और नज़ाकत थी जवानी में पता नही और कितनी खूबियां थी उस रानी में बालो का खुला रहना और आंखों में हल्का काजल था उसका वो मुस्कराता चेहरा जिंदा है मेरी यादगानी में चलो आज सुनता हूं अपनी प्रेम कहानी मै धर्म अलग था कर्म अलग था थोड़ा सा वो यार अलग था प्यार तो सब करते है लेकिन उसका मेरा प्यार अलग था कॉलेज में घूमना उसके साथ कैंटीन वाला वो अचार अलग था असलियत बता रहा हु तूमको अपनी जुबानी में चलो आज सुनता हूं अपनी प्रेम कहानी मै थोड़ी सी खुशी और थोड़ा सा अब गम है दारू की तरह चढ़ती सिरपर वो रम है बाते घण्टों करती थी लेकिन बाते फिर भी कम है इश्क है उसे आज भी मुझसे बस यही मेरा वहम है उसकी यादों की खुशबू लगती सुहानी में चलो आज सुनाता हूं अपनी प्रेम कहानी मै कॉलेज में मिली और कॉलेज में ही छोड़ दिया रिश्ते के रास्ते को यूँही उसने मोड़ दिया प्यार का वो वादा, उसने वादे को ही तोड़ दिया मैने भी इस ब्रेकअप पर काफी भइया जोर दिया तब समझा कि वो खोई है सूफ़ियानी में चलो आज सुनाता हूं अपनी प्रेम कहानी...

Interview with Author shikha shrivastav

  INDIAN PAPER INK Publishing Interview   Name –  शिखा श्रीवास्तव Book Name -  खाली फ्रेम  Hobbies and Interest -  किताबे पढ़ना और लिखना  Biographical Info – मेरा नाम शिखा श्रीवास्तव है। मैं हाजीपुर, बिहार की रहने वाली हूँ। मैंने समाजशास्त्र(प्रतिष्ठा) विषय में स्नातक किया है। Favorite Quote -  लेखन और पठन मेरे जीवन के अभिन्न हिस्से है।              Today I’m very lucky to be interviewing Sikho foundation Authors Que 1 :- Hello Sir/Ma’am, thank you for agreeing to this interview. Tell us a little about yourself and your background? Ans :- मेरा नाम शिखा श्रीवास्तव है। मैं हाजीपुर, बिहार की रहने वाली हूँ। मैंने समाजशास्त्र(प्रतिष्ठा) विषय में स्नातक किया है। लेखन और पठन मेरे जीवन के अभिन्न हिस्से है। Que 2 :- Your every readers and me also wanted to know, Do you write every single day?   Ans :-    नहीं, मैं हर दिन नहीं लिखती। लि...