Thursday, 18 January 2018

कविता – अगर वो खफ़ा है तो उसे खफ़ा ही रहनदो

इश्क़ मोहब्बत प्यार , अगर वफ़ा है तो उसे वफ़ा रहनदो...2
अगर उसे मेरी इस वफ़ा से भी खफ़ा है तो उसे खफ़ा रहनदो....2
इश्क़ मोहब्बत प्यार , अगर वफ़ा है तो उसे वफ़ा रहनदो...।
 अगर तुझे जाना है तो जा , में तेरी यादों में भी जी लूंगा ...2
उसकी तो इन यादों में भी सफ़ा है तो उसे सफ़ा रहनदो ।
इश्क़ मोहब्बत प्यार , अगर वफ़ा है तो उसे वफ़ा रहनदो...1
अब वो , मेरे दिल से निकल कर दिमाग में आ गई है...2
फिर भी , वो मेरी जिंदगी से दफा है तो उसे दफा रहनदो ...
इश्क़ मोहब्बत प्यार , अगर वफ़ा है तो उसे वफ़ा रहनदो...1
वो कहती थी कि, में तेरे बिन नही जी पाऊंगी...2
लेकिन अब अगर वो बेबफा है, तो उसे बेबफा रहनदो...
इश्क़ मोहब्बत प्यार, अगर वफ़ा है तो उसे वफ़ा रहनदो ..
अगर वो मेरी इस वफ़ा से भी खफ़ा है, तो उसे खफ़ा रहनदो ।

Thank you
 By Author Pawan singh


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