पार्ट – 2 एक और खून
शाम का समय, चारो तरफ एक शांति फैली हुई थी। करुण और मै एक चाय का कप लिए टेबल पर बैठे उन लोगो का इंतजार कर रहे थे। कुछ ही देर में कुछ लोग टेबल की तरफ आने लगे और करुण उनके चेहरे बारीकी से पढ़ रहा था। वह समझने की कोशिश कर रहा था कि आखिर माजरा क्या है। कमरे में तभी कुर्सी पर कर्नल जसविंदर और उनके बॉडीगार्ड कुलदीप कुर्सी पर आकर बैठ गए रुक्मा और धर्म आमने सामने थे साथ ही माया और जोसेफ भी दूसरी तरफ बैठे हुए थे फिर कमरे में अमित राणा भी आकर खाने लगते है
आप पोलो खेलते है जोसेफ? करुण ने जोसेफ की तरफ देखते हुए पूछा।
व्हाट? जोसेफ ने अजीब नजरो से करुण को देखते हुए कहा।
सॉरी मै आपको बताना भूल गया की जोसेफ को हिंदी नहीं आती है इसलिए वह हिंदी नहीं समझ पाता है! धर्म ने खाना कहते हुए कहा।
ओह सो आर यू पोलो चैंपियन? करुण ने इंग्लिश में पूछा
यस डिटेक्टिव! जोसेफ ने मुस्कराते हुए जबाब दिया।
फिर सभी रात का खाना खाकर अपने कमरे में सोने चले जाते है। करुण अपनी कुर्सी पर बैठा सोच रहा था और सुजान बिस्तर पर लेटा आराम कर रहा था। तभी कमरे के दरवाजे को खटखटाने की आवाज आती है।
करुण अपनी छड़ी उठा लेता है और हलके कदमो से दरवाजा खोलता है तो सामने कर्नल का बॉडीगार्ड कुलदीप होता है। करुण बस उसे चुपचाप अंदर आने का इशारा करता है।
मुझे कुछ आपको बताना है मिस्टर नायर! कुलदीप ने हांफते हुए कहा।
जी जरूर कृपया आप यंहा बैठकर बताये! करुण ने एक कुर्सी बॉडीगार्ड की तरफ सरकाते हुए कहा।
जी मुझे लगता है की राजा हरी सिंह की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि कर्नल जसविंदर ने ही की है! कुलदीप ने घबराते हुए कहा।
लेकिन तुम ये बात कैसे कह सकते हो? सुजान एकदम से चौंकते हुए पूछता है।
कर्नल की एक लेबोटरी है जिसमे उसके पास तीन नीले परिंदे है और सिर्फ यही कारण नहीं है हरी सिंह की पहली पत्नी से कर्नल काफी प्यार करता था जब हरी सिंह की पत्नी अपने एक बच्चे को जन्म देने के बाद दूसरी बच्ची को जन्म देने वाली थी तब वो लड़की मरी हुई पैदा हुई जिसकी वजह से शोक में आकर हरी सिंह की पत्नी का भी देहांत हो गया लेकिन मुझे लगता है की कंही ना कंही कर्नल अपने प्यार की मौत का जिम्मेदार हरी सिंह को ही मानता था इसलिए शायद उसने उसका खून कर दिया! कुलदीप ने जबाब दिया।
अगर मै आपकी बातो का विश्वास भी कर लू तब भी ये साबित नहीं होता है की आखिर फिर कर्नल उसके बेटे सुधीर की हत्या क्यों करेगा! करुण ने खड़े होते हुए कहा।
तभी दरवाजे पर घंटी बजती है और फिर से करुण जैसे ही दरवाजे की तरफ बढ़ता है तभी कुलदीप चिल्लाते हुए कहता है बचिये मिस्टर नायर! इतना कहकर कुलदीप करुण को दूसरी तरफ धकेल देता है और तभी दरवाजे को चीरती हुई गोली कुलदीप के सीने में जाकर लगती है।
देखते ही देखते गोलियों की बौछार और तेज़ हो जाती है। करुण जल्दी से सुजान के साथ खिड़की से लटक कर खिड़की के छजले पर रख कर दूसरे कमरों की तरफ जाने लगता है। तभी करुण और सुजान की नजर एक कमरे में पड़ती है जिसमे कर्नल रेडियो पर गाना सुनकर नाच रहा था।
अगर ये यंहा पर है तो फिर गोलिया कौन चला रहा है इसका मतलब कर्नल खुनी नहीं हो सकता है! सुजान ने करुण की तरफ देखते हुए कहा।
बिलकुल ठीक समझा तुमने सुजान। लेकिन हमे यंहा से किसी खाली कमरे की तरफ जाना होगा! इतना कहकर करुण छजले पर पैर रखकर एक खाली कमरे में घुसते तभी किसी के आने की आवाज आती है। इसलिए करुण और सुजान एक अलमारी और दूसरा पलंग के नीचे छुप जाता है।
तभी कमरे में हरी सिंह के दोस्त अमित राणा और माया एक दूसरे को चूमते हुए कमरे में प्रवेश करते है लेकिन उनका शारीरिक संबंध नहीं बन पाता क्योंकि अमित राणा नपुंसक थे। ये दृश्य देखकर सुजान को हंसी आ रही थी लेकिन सुजान अपनी हंसी दबा कर बस पलंग के नीचे छुपा रहता है और माया अमित राणा को गाली देकर चली जाती है और अमित राणा भी वंहा से उसके उसके पीछे चले जाते है।
करुण और सुजान बाहर आ जाते है और दोनों ही इस दृश्य को सोच कर हँस जाते है।
अब क्या करे? सुजान ने चौंकते हुए पूछा
तुम जाकर धर्म को बोलो की वो पुलिस को सन्देश पहुंचवाये और उन्हें हमारे कमरे की घटनाक्रम के बारे में भी बताना! करुण ने सुजान को आदेश देते हुए कहा।
लेकिन तब तक तुम क्या करने वाले हो? सुजान ने चौंकते हुए पूछा।
अभी सही समय है कर्नल के लेबोटरी में जाने का और कर्नल के वो अद्भुत नीले परिंदे देखने का भी। इसलिए मै कर्नल की लेब्रोटरी में जा रहा हूँ! करुण ने मुस्कराते हुए कहा।
कुछ देर बाद,
करुण एक लेबोटरी में जाता है जंहा पर पक्षियों से जुड़े कई सामान होते है तभी उन्हें दो पिंजरे दिखाई देते है जिनमे वो चमकीले और अद्भुत दो नीले परिंदे होते है।
तो क्या ये बात सही है की कर्नल भी इस हत्याकांड में मिला हुआ है? करुण ने चौंकते हुए अपने आप से पूछा।
हो सकता है लेकिन अभी मै किसी नतीजे पर नहीं पहुँच सकते है लेकिन कुलदीप ने बताये थे की कर्नल के पास तीन परिंदे है फिर यंहा पर दो कैसे? करुण ने चौंकते हुए कहा।
ये केस तो बहुत उलझा हुआ है यंहा हर कोई शक के दायरे में है! करुण इतना कहकर एक कुर्सी पर बैठ कर अपने बालो को पीछे करता है।
तभी लेब्रोटरी में किसी के आने की आवाज आती है तभी करुण लेब्रोटरी से निकल जाता है और एक छत वाले छोटे से गोदाम में आकर सो जाता है। एक गहरी नींद में मानो इस भाग दौड़ से वो बहुत तक गया हो।
अगली सुबह,
करुण और सुजान के कमरे में चारो तरफ पुलिस है। सभी घरवाले कुलदीप की लाश देखकर डरे हुए है और करुण पुलिस वाले से उस रात का घटनाक्रम बता रहा था कुछ देर बाद पुलिस लाश समेत पूरा ब्यौरा लेकर चली जाती है
तीन दिनों में तीन मौत समझ ही नहीं आ रहा है की किसकी नजर लगी है मेरे परिवार को! धर्म ने उदास होते हुए कहा
तुम धर्य रखो धर्म। हम जल्द ही उसे पकड़ लेंगे! करुण ने हौसला देते हुए कहा।
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