शरलॉक होम्स, यह नाम आपने कहीं न कहीं जरूर सुना होगा और यदि नहीं भी सुना है तो भी कोई बात नहीं है दोस्तों, क्योंकि अब समय आ गया है जब हम मि. होम्स के कारनामे सुनेंगे, अ..अ........ मेरा मतलब है कि पढ़ेंगे। शरलॉक होम्स एक ऐसे काल्पनिक किरदार का नाम है जो अपनी अभूतपूर्व तर्क शक्ति, अद्भुत निरीक्षण (observation) क्षमता, साहस और सूझ-बूझ के लिए जाना जाता है। होम्स ने अनेक ऐसी आपराधिक गुत्थियाँ सुलझाईं है जो पुलिस के लिए एक अबूझ पहेली मात्र बन कर रह गई थीं। उनकी विशिष्ट कार्यशैली लोगों को चमत्कृत करके रख देती थी, ठीक एक जादूगर की तरह। इस पात्र की लोकप्रियता का अंदाजा आप केवल इसी बात से लगा सकते हैं की लोग इसे एक काल्पनिक पात्र न मानकर एक जीवित व्यक्ति समझ बैठे थे, और इस कारण उसके नाम के अनेकों पत्र डाक विभाग को मिलने लगे थे जिनमें लोग अपनी समस्याएँ लिखते थे। होम्स के इर्द-गिर्द बुनी गई कहानियों पर कई टेलीविज़न सीरीज और कुछ फिल्म्स भी बन चुकी है जो दर्शकों द्वारा बहुत पसंद की गईं।
अब तक छप्पन लघु कथाएँ और चार उपन्यास शरलॉक होम्स और उनके डॉ. मित्र जॉन एच. वाटसन पर लिखी जा चुकी है। चार को छोड़कर अन्य सभी कहानियाँ होम्स के मित्र और जीवनी लेखक डॉ. वाटसन द्वारा सुनाई गई है, दो कहानियाँ खुद होम्स और दो कहानियाँ किसी तीसरे व्यक्ति की जुबानी बयां की गई है। होम्स का किरदार उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध और बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में उभरकर आया। पहली बार सन् 1887 में प्रकाशित होकर यह किरदार लोगों के जेहन में इस कदर छा गया कि उसका जादू आज भी बरकरार है।
दोस्तों सबसे पहले हम एक नजर डालते हैं उस व्यक्ति के परिचय पर जिसकी बदौलत आज शरलॉक होम्स का नाम हमारे बीच है।
लेखक के बारे में :
सर आर्थर कॉनन डॉयल, यही वह महान लेखक है जिनकी कलम और कल्पनाशक्ति ने मिलकर जन्म दिया शरलॉक होम्स के किरदार को। इनके बारे में-
जन्म:
22 मई 1859
Edinburgh , Scotland
मृत्यु:
7 जुलाई 1930 (aged 71)
Crowborough, East Sussex, England
व्यवसाय:
Novelist, short story writer, poet,doctor of medicine
राष्ट्रीयता:
Scottish
नागरिकता:
United Kingdom
शैली:
Detective fiction, science fiction, historical novels, non-fiction
सर आर्थर इग्नाशियस कॉनन डॉयल, (22 मई 1859 - जुलाई 7, 1930) एक स्कॉटिश चिकित्सक और लेखक थे जिन्हें अधिकतर जासूस शरलॉक होम्स की उनकी कहानियों (इन कहानियों को आम तौर पर काल्पनिक अपराध कथा के क्षेत्र में एक प्रमुख नवप्रवर्तन के तौर पर देखा जाता है), के लिए जाना जाता है। वे एक सफल लेखक थे जिनकी रचनाओं में काल्पनिक विज्ञान कथाएं, ऐतिहासिक उपन्यास, नाटक एवं रोमांस, कविता और गैर-काल्पनिक कहानियां शामिल हैं।
सर आर्थर कॉनन डॉयल, यही वह महान लेखक है जिनकी कलम और कल्पनाशक्ति ने मिलकर जन्म दिया शरलॉक होम्स के किरदार को। इनके बारे में- गैर-काल्पनिक कहानियां शामिल हैं।
सर आर्थर कॉनन डॉयल को सर की उपाधि होम्स की रचना करने हेतु ही मिली थी ,एक समय ऐसा था जब इन्होने होम्स को मारने की ठानी ,पूछने पर उन्होंने बताया की होम्स का किरदार उन पर हावी हो रहा हे ,वो खुल कर नही लिख पाते ,क्योकि होम्स के फेन इतने ज्यादा लोग थे की वो होम्स को कभी हारता हुआ नही देख सकते थे ,कभी अगर सर आर्थर कॉनन डॉयल होम्स को किसी कहानी में थोडा भी कमजोर या हार दिखाने की कोशिश करते सर आर्थर कॉनन डॉयल को धमकी भरे खत मिलने शुरू हो जाते
पर इन्होने एक दिन होम्स को खत्म कर ही दिया ,तब लोगो का बहुत बड़ा आंदोलन हुआ ,इनके घर के बहार लोग नारे लगाने लगे ,खत आदि मिलने लगे ,तब इन्हें होम्स को वापस जिन्दा करना पड़ा
जिस लेखक ने जासूसी को न्या आयाम दिया ,जासूस की एक अलग पहचान बनाई,अपनी लेखनी से सरे विश्व को चोका दिया ,उस लेखक सर आर्थर कॉनन डॉयल को अंतिम दिनों में एक बच्चे ने पागल बना दिया ,ये बहुत रहस्यमय इस्थ्थी में मरे थे,कभी इन्हें परिया दिखती कभी कुछ
नायक शरलॉक होम्स के बारे में:
जन्मदिन:
जनवरी 6, 1854
परिवार:
एक भाई, मायक्रॉफ्ट (Mycroft) होम्स
मित्र:
डॉ. जॉन एच. वाटसन
प्रेमी:
इरेनी एडलर (Irene Adler)
पता:
221B बेकर स्ट्रीट, लंदन
आदतेँ:
कुछ खेल (वह एक उम्दा बॉक्सर थे और तलवारबाजी भी अच्छी कर लेते थे), संगीत (होम्स स्वयं काफी अच्छा वॉयलिन बजा लेते थे), और तंबाकू का उपयोग करते थे
नोट: कृपया ध्यान दें कि होम्स के बारे में ऊपर दी गई संपूर्ण जानकारी कहानियों से ही प्राप्त होती है।
होम्स का introduction सन् 1887 में बीटन्स क्रिसमस एनुअल में प्रकाशित एक लघु उपन्यास के माध्यम से हुआ था। 1891 में द स्ट्रेंड मैगजीन में छोटी कहानियों की पहली श्रृंखला की शुरुआत के साथ ही इस चरित्र की लोकप्रियता में शानदार वृद्धि हुई; बाद में 1927 तक लघु कथाओं की श्रृंखला और उपन्यास प्रकाशित हुए। ये कथाएँ लगभग 1875 से 1914 तक की अवधि को आवृत (cover) करती है, अंतिम केस 1914 का है।
होम्स के किरदार को रचने का प्रेरणा स्त्रोत :सर डॉयल ने एक मौके पर पूछे जाने पर, स्वयं कहा था कि होम्स का चरित्र डॉ. जोसेफ बेल से प्रेरित था जिनके लिए डॉयल ने कभी लिपिक के रूप में काम किया था। होम्स की ही तरह बेल भी छोटे-छोटे निरीक्षणों से बड़े निष्कर्ष निकालने के लिए जाने जाते थे।
अंतिम केस 1914 का है।
होम्स के किरदार को रचने का प्रेरणा स्त्रोत :सर डॉयल ने एक मौके पर पूछे जाने पर, स्वयं कहा था कि होम्स का चरित्र डॉ. जोसेफ बेल से प्रेरित था जिनके लिए डॉयल ने कभी लिपिक के रूप में काम किया था। होम्स की ही तरह बेल भी छोटे-छोटे निरीक्षणों से बड़े निष्कर्ष निकालने के लिए जाने जाते थे।
होम्स की हेट और सिगार पहचान थी आज भी जासूसी किरदारों को ऐसे ही दिखाते हे
अब तक छप्पन लघु कथाएँ और चार उपन्यास शरलॉक होम्स और उनके डॉ. मित्र जॉन एच. वाटसन पर लिखी जा चुकी है। चार को छोड़कर अन्य सभी कहानियाँ होम्स के मित्र और जीवनी लेखक डॉ. वाटसन द्वारा सुनाई गई है, दो कहानियाँ खुद होम्स और दो कहानियाँ किसी तीसरे व्यक्ति की जुबानी बयां की गई है। होम्स का किरदार उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध और बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में उभरकर आया। पहली बार सन् 1887 में प्रकाशित होकर यह किरदार लोगों के जेहन में इस कदर छा गया कि उसका जादू आज भी बरकरार है।
दोस्तों सबसे पहले हम एक नजर डालते हैं उस व्यक्ति के परिचय पर जिसकी बदौलत आज शरलॉक होम्स का नाम हमारे बीच है।
लेखक के बारे में :
सर आर्थर कॉनन डॉयल, यही वह महान लेखक है जिनकी कलम और कल्पनाशक्ति ने मिलकर जन्म दिया शरलॉक होम्स के किरदार को। इनके बारे में-
जन्म:
22 मई 1859
Edinburgh , Scotland
मृत्यु:
7 जुलाई 1930 (aged 71)
Crowborough, East Sussex, England
व्यवसाय:
Novelist, short story writer, poet,doctor of medicine
राष्ट्रीयता:
Scottish
नागरिकता:
United Kingdom
शैली:
Detective fiction, science fiction, historical novels, non-fiction
सर आर्थर इग्नाशियस कॉनन डॉयल, (22 मई 1859 - जुलाई 7, 1930) एक स्कॉटिश चिकित्सक और लेखक थे जिन्हें अधिकतर जासूस शरलॉक होम्स की उनकी कहानियों (इन कहानियों को आम तौर पर काल्पनिक अपराध कथा के क्षेत्र में एक प्रमुख नवप्रवर्तन के तौर पर देखा जाता है), के लिए जाना जाता है। वे एक सफल लेखक थे जिनकी रचनाओं में काल्पनिक विज्ञान कथाएं, ऐतिहासिक उपन्यास, नाटक एवं रोमांस, कविता और गैर-काल्पनिक कहानियां शामिल हैं।
सर आर्थर कॉनन डॉयल, यही वह महान लेखक है जिनकी कलम और कल्पनाशक्ति ने मिलकर जन्म दिया शरलॉक होम्स के किरदार को। इनके बारे में- गैर-काल्पनिक कहानियां शामिल हैं।
सर आर्थर कॉनन डॉयल को सर की उपाधि होम्स की रचना करने हेतु ही मिली थी ,एक समय ऐसा था जब इन्होने होम्स को मारने की ठानी ,पूछने पर उन्होंने बताया की होम्स का किरदार उन पर हावी हो रहा हे ,वो खुल कर नही लिख पाते ,क्योकि होम्स के फेन इतने ज्यादा लोग थे की वो होम्स को कभी हारता हुआ नही देख सकते थे ,कभी अगर सर आर्थर कॉनन डॉयल होम्स को किसी कहानी में थोडा भी कमजोर या हार दिखाने की कोशिश करते सर आर्थर कॉनन डॉयल को धमकी भरे खत मिलने शुरू हो जाते
पर इन्होने एक दिन होम्स को खत्म कर ही दिया ,तब लोगो का बहुत बड़ा आंदोलन हुआ ,इनके घर के बहार लोग नारे लगाने लगे ,खत आदि मिलने लगे ,तब इन्हें होम्स को वापस जिन्दा करना पड़ा
जिस लेखक ने जासूसी को न्या आयाम दिया ,जासूस की एक अलग पहचान बनाई,अपनी लेखनी से सरे विश्व को चोका दिया ,उस लेखक सर आर्थर कॉनन डॉयल को अंतिम दिनों में एक बच्चे ने पागल बना दिया ,ये बहुत रहस्यमय इस्थ्थी में मरे थे,कभी इन्हें परिया दिखती कभी कुछ
नायक शरलॉक होम्स के बारे में:
जन्मदिन:
जनवरी 6, 1854
परिवार:
एक भाई, मायक्रॉफ्ट (Mycroft) होम्स
मित्र:
डॉ. जॉन एच. वाटसन
प्रेमी:
इरेनी एडलर (Irene Adler)
पता:
221B बेकर स्ट्रीट, लंदन
आदतेँ:
कुछ खेल (वह एक उम्दा बॉक्सर थे और तलवारबाजी भी अच्छी कर लेते थे), संगीत (होम्स स्वयं काफी अच्छा वॉयलिन बजा लेते थे), और तंबाकू का उपयोग करते थे
नोट: कृपया ध्यान दें कि होम्स के बारे में ऊपर दी गई संपूर्ण जानकारी कहानियों से ही प्राप्त होती है।
होम्स का introduction सन् 1887 में बीटन्स क्रिसमस एनुअल में प्रकाशित एक लघु उपन्यास के माध्यम से हुआ था। 1891 में द स्ट्रेंड मैगजीन में छोटी कहानियों की पहली श्रृंखला की शुरुआत के साथ ही इस चरित्र की लोकप्रियता में शानदार वृद्धि हुई; बाद में 1927 तक लघु कथाओं की श्रृंखला और उपन्यास प्रकाशित हुए। ये कथाएँ लगभग 1875 से 1914 तक की अवधि को आवृत (cover) करती है, अंतिम केस 1914 का है।
होम्स के किरदार को रचने का प्रेरणा स्त्रोत :सर डॉयल ने एक मौके पर पूछे जाने पर, स्वयं कहा था कि होम्स का चरित्र डॉ. जोसेफ बेल से प्रेरित था जिनके लिए डॉयल ने कभी लिपिक के रूप में काम किया था। होम्स की ही तरह बेल भी छोटे-छोटे निरीक्षणों से बड़े निष्कर्ष निकालने के लिए जाने जाते थे।
अंतिम केस 1914 का है।
होम्स के किरदार को रचने का प्रेरणा स्त्रोत :सर डॉयल ने एक मौके पर पूछे जाने पर, स्वयं कहा था कि होम्स का चरित्र डॉ. जोसेफ बेल से प्रेरित था जिनके लिए डॉयल ने कभी लिपिक के रूप में काम किया था। होम्स की ही तरह बेल भी छोटे-छोटे निरीक्षणों से बड़े निष्कर्ष निकालने के लिए जाने जाते थे।
होम्स की हेट और सिगार पहचान थी आज भी जासूसी किरदारों को ऐसे ही दिखाते हे
- होम्स रूप बदलने में माहिर थे ,वो सिर्फ गेटअप ही नही बल्कि किरदार में घुस ही जाते थे
- होम्स शरीर से पतले लेकिन बहुत ताकतवर थे
- होम्स कभी बीस बीस दिनों तक कमरे में बंद रहकर सिर्फ नशा करते थे ,कभी सिर्फ काम
- इनकी एक एक कहानी रहस्य रोमांच हे ,अगर आपने होम्स पढ़ लिया तो आप को अन्य जासूसी कहानी बोर लगेंगी /होम्स एक वैज्ञानिक भी थे ,कई प्रयोग करते रहते थे ,अपनी तारीफ सुनना इन्हें कम पसंद था ,होम्स हमेशा सिर्फ तथ्यों के पीछे जाकर निष्कर्स देते थे ,
जब भी कोई इनसे मदद मागने आता ये सिर्फ उसे देख कर उसके बारे में सब जान लेते /आदमी आश्चर्य चकित हो जाता ,लेकिन जब ये उसे कारण बताते तो बहुत छोटे ,[वैसे मेने भी कभी कभी आदमी देख उसके बारे में पता लगाने की कोशिश कई बार की हे हमेशा गलत ही रहा
शेरलॉक होम्स पर विभिन्न भाषाओं में अब तक इतनी फ़िल्में बन चुकी हैं -
- 1994 बाकर स्ट्रीट : शेरलॉक होम्स रिटर्न्स,
- द एडवेंचर ऑफ़ शेरलॉक होम्स,
- एडवेंचर्स ऑफ़ शेरलॉक होम्स (ऑर हेल्ड फॉर रेंसम),
- द एडवेंचर ऑफ़ शेरलॉक होम्स'स स्मार्टर ब्रदर,
- आर्सेन लुपिन कोंत्रा शेरलॉक होम्स (फ्रेंच),
- द मास्क ऑफ़ डेथ, मर्डर बाइ डिक्री,
- द प्राइवेट लाइफ ऑफ़ शेरलॉक होम्स,
- पर्सुयेट टू अल्जीयर्स, बासिल राथबोन,
- द रिटर्न ऑफ़ शेरलॉक होम्स,
- अ साम्बा फॉर शेरलॉक होम्स,
- द सेवन परसेंट सोल्यूशन,
- शेरलॉक होम्स एंड द डेडली नेकलेस,
- शेरलॉक होम्स एंड द लीडिंग लेडी,
- शेरलॉक होम्स बैफल्ड,
- शेरलॉक होम्स इन न्यूय़ोर्क,
- शेरलॉक होम्स : अ गेम ऑफ़ शेडो,
- शेरलॉक : केस ऑफ़ ईविल,
- द स्ट्रेंज केस ऑफ़ द एंड ऑफ़ सिविलाइजेशन एज वी नो इट,
- अ स्टडी इन टेरर,
- दे माइट बी जाइंट,
- टॉम एंड जेरी मीट शेरलॉक होम्स,
- विथआउट अ क्लू,
- यंग शेरलॉक होम्स,
- द केस ऑफ़ द स्क्रीमिंग बिशप,
- शेरलॉक होम्स एंड द केस ऑफ़ द सिल्क स्टॉकिंग,
- द केस ऑफ़ द वाइट चैपल वैम्पायर,
- द क्रूसीफायर ऑफ़ ब्लड,
- ड्रेस्ड टू किल,
- द ग्रेट माउस डिटेक्टिव,
- इंसीडेंट एट विक्टोरिया फाल्स,
- द लाइम जूस मिस्ट्री ऑर हू स्पैट इन ग्रांडफादर'स पौरिज,
- द मैन हू वाज़ शेरलॉक होम्स !
- इनके अलावा 1916, 1922, 1931, 1932, 1939, 2009 और 2010 में सिर्फ 'शेरलॉक होम्स' शीर्षक से भी फ़िल्में बनीं
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